Tips and tricks to fix children sleep schedule at night

पेरेंट्स बच्चों की बदमाशी से ज्यादा उनके न सोने की समस्या से परेशान रहते हैं. बच्चों को अगर टाइम पर सुलाने के लिए भेजो तो वो करवट बदलते रहते हैं. अधिकतर बच्चों में नींद न आने की समस्या आम हो गई है. ऐसे में बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास पर भी असर पड़ता है, वहीं उन पेरेंट्स को ज्यादा मुश्किल होती है जहां दोनों ही वर्किंग होते हैं. खासतौर पर बाहर काम करने वाली महिलाओं के लिए मैनेज करना हैक्टिक हो जाता है. क्योंकि वो घर और ऑफिस दोनों जगह काम करके थक जाती हैं और फिर बच्चे रात में जल्दी नहीं सोते तो उन्हें भी परेशानी होती है.

ऐसा नहीं है कि बच्चा रात में केवल खेल खेलने या मोबाइल चलाने की वजह से नहीं सो रहा है इसके पीछे कई और कारण भी हो सकते हैं जो बच्चे की नींद में दखल डाल रहे हों. बच्चा रात में सोने में नाटक करता है तो आप उसे बेहतर नींद लाने के लिए कुछ आसान तरीकों को आजमा सकते हैं.

बच्चों का स्लीप शेड्यूल फिक्स करने के 5 तरीकें

जल्दी खिला दें खाना

बच्चे के सोने के 2-3 घंटे पहले उन्हें डिनर करवा दें. इससे खाना पाचने में आसानी होगी. अगर आप उन्हें रात में देर से खाना खिलाते हैं तो डाइजेशन भी देर से होता है जिस वजह से उन्हें नींद नहीं आती है. उन्हें रात में कोई मीठी चीज न दें इससे एनर्जी बूस्ट हो जाती है और उनका सोने का मन नहीं करता

बच्चे को दें गर्म दूध

अगर आपके बच्चे को रात में जल्दी नींद नहीं आती है. तो उन्हें सोने के आधे घंटे पहले गर्म दूध दें. गर्म दूध में ट्रिप्टोफैन नाम का कंपाउंड होता है जो नींद आने में मदद करता है. आप चाहें तो दूध में हल्दी मिला सकते हैं क्योंकि इसमें करक्यूमिन नाम का तत्व होता है जो दिमाग को शांत करने और बेहतर नींद लाने में कारगर है.

रात में कम पानी दें

बच्चे को रात की तुलना में दिन में ज्यादा पानी पिलाएं, क्योंकि अगर आप रात में अधिक पानी देते हैं तो बच्चे को बार-बार टॉयलेट जाना पड़ेगा जिससे उसकी नींद टूटती है और अच्छे से नींद नहीं आती है.

आउटडोर एक्टिविटीज कराएं

बच्चे को आप घर पर टॉयज के साथ खेलने देने की जगह उन्हें बाहर भी ले जाएं. आप उन्हें किसी पार्क ले जा सकते हैं जहां पर वो अपने उम्र के बाकी बच्चों के साथ नई-नई तरह की एक्टिविटीज करेंगे इससे न केवल उनका ब्रेन अच्छे से फंक्शन कर पाता है बल्कि जब शरीर थक जाता है तो उन्हें अच्छे से नींद भी आती है.

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ऑफ कर दें

जब बच्चे को सुलाने जा रहे हों तो आप ध्यान रखें कि मोबाइल न चला रहे हों या टीवी न देख रहें हो, क्योंकि इससे निकलने वाली ब्लू लाइट बच्चों की आंखों पर पड़ती है जिसकी वजह से उन्हें सोने में दिक्कत होती है. कोशिश करें कि पूरे रूम की लाइट्स ऑफ हो ताकि अंधेरे में बच्चे को अच्छे से नींद आ पाएं.

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